देहरादून पावटा सीमा पर हुई गौकशी की घटना का 24 घंटे में खुलासा, अंतर्राज्यीय गौ तस्कर गिरोह के 10 कुख्यात दून पुलिस की गिरफ्त में
गौ तस्करों पर देहरादून पुलिस की बड़ी कार्यवाही,08 दबोचे

देहरादून पावटा सीमा पर हुई गौकशी की घटना का 24 घंटे में खुलासा, अंतर्राज्यीय गौ तस्कर गिरोह के 10 कुख्यात दून पुलिस की गिरफ्त में
हिमाचल और उत्तराखंड के ढालीपुर बॉर्डर एरिया में एक दर्जन से अधिक गौकशी करने की घटना का दून पुलिस ने 24 घण्टे के अंदर खुलासा कर बड़ी सँख्या में धरपकड़ की हैं..हिमाचल पुलिस के सहयोग से दून पुलिस ने इस गौकशी घटना में शामिल अंतरराज्जीय गिरोह के कुल 10 तस्करों को गिरफ्तार किया हैं..08 तस्करों को दून पुलिस ने विकासनगर और सहसपुर क्षेत्र से दबोचा हैं,जबकि 02 गौ तस्करों को हिमाचल पुलिस ने सिरमौर से गिरफ्तार किया हैं दोनों राज्यों की पुलिस टीम लगातार संपर्क में थी..पकड़े गए गौ-तस्कर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर,देहरादून के सहसपुर और हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के रहने वाले हैं.बता दें कि 31 मार्च 2025 को हुई इस गौकशी घटना के बाद एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा स्वयं मौके पर पहुँच कर हिमाचल प्रदेश सिरमौर के एसपी से बैठक कर पूरी कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया गया..
जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2015 को उत्तराखंड/हिमांचल प्रदेश सीमा पर ढालीपुर नदी के किनारे 13 गौवंशो के अवशेष पडे होने की सूचना पर तत्काल कोतवाली विकासनगर से पुलिस बल मौके पर पहुुचा.मौके पर मिले अवशेषों को देखने से प्रतीत हुआ कि उक्त गौवशों का अन्यत्र अवैध रूप से कटान कर उनके अवशेषो को उक्त स्थान पर फेंका गया है,गोवशं के अवशेष मिलने से दोनो राज्यो में हिन्दू संगठनों में काफी रोष था जिन्होंने सड़को पर उतरकर प्रदर्शन किया और कार्यवाही की मांग की
घटना की सूचना पर एसएसपी देहरादून द्वारा स्वंय घटनास्थल पर पहुंचकर मौके पर उपस्थित उप जिलाधिकारी, विकासनगर व अन्य अधिकारियों से घटना के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई, घटना की सवेंदनशीलता के दृष्टिगत उक्त घटना के सम्बंध में थाना विकासनगर पर वादी श्री जगवीर सिंह सेनी निवासी वार्ड नं0 06 हरबर्टपुर कोतवाली विकासनगर द्वारा अज्ञात व्यक्तियों द्वारा यमुनानदी घाट पर गौवशों की हत्या कर अवशेष नदी में फेंके जाने तथा उक्त घटना से लोगो की धार्मिक भावनायें आहत करते हुए सामजिक सौहार्द को बिगाडने का प्रयास करने के सम्बंध में दी गई लिखित शिकायत के आधार पर कोतवाली विकाासनगर में तत्काल मु0अ0सं0 114/2025 धारा- 196(1)/299बीएनएस व धारा 3/5/11 उ0गौ0स0 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। साथ ही हिमांचल प्रदेश के सरहदी जनपद सिरमौर के पुरूवाला थाने में वादी राहुल पुत्र राजपाल, निवासी ग्राम मानपुर देवडा, तहसील पौंटा साहिब, जिला सिरमौर हिमांचल प्रदेश द्वारा दी गई तहरीर पर मु0अ0सं0- 59/25, धारा 325, 196 बीएनएस व 8 प्रिवेंशन ऑफ काउ सलाटर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया.
वही घटना के सम्बंध में एसएसपी देहरादून द्वारा हिमांचल प्रदेश के सीमावर्ती जनपद सिरमौर में जाकर एसएसपी सिरमौर से मुलाकात की गई. और दोनो राज्यों की पुलिस टीमों द्वारा आपसी समन्वय के साथ घटना में शामिल अभियुक्तों के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही करने की रणनीति बनाई गई. इस दौरान दोनो राज्यों में पूर्व में गौकशी की घटनाओं में प्रकाश में आये अभियुक्तों तथा वर्तमान में जेल से रिहा/जमानत पर बाहर आये अभियुक्तों की जानकारी को भी आपस में साझा किया गया.
घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत दोनों राज्यों में गठित पुलिस टीमों द्वारा आपस में साझा की गई जानकारी के आधार पर पूर्व में पशु चोरी व गौकशी में संलिप्त अभियुक्तों की अद्ययतन स्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए उनके भौतिक सत्यापन की कार्यवाही की गई। साथ ही मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए घटनास्थल तक आने जाने वाले मार्गो पर लगे सीसीटीवी कैमरों तथा सर्विलांस के माध्यम से घटना में शामिल अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित करते हुए प्राप्त जानकारी को आपस मे साझा किया गया. दोनो राज्यों की पुलिस टीमों द्वारा किये जा रहे साझा प्रयासों से आज दिनांक 01 अप्रैल 2025 की प्रातः मुखबिर की सूचना पर विकासनगर पुलिस द्वारा घटना में शामिल 08 अभियुक्तों को सहसपुर क्षेत्र से और सिरमौर पुलिस द्वारा 02 अभियुक्तों को पुरूवाला सिरमौर से गिरफ्तार किया गया. अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त किये गये 03 चापड़, 01 लंबी धारदार खुखरी, पशु कटान के उपकरण व 02 लकड़ी के गुटके नदी के किनारे झाडियों से बरामद किये गये.
वहीं पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वह हिमांचल तथा उत्तराखण्ड की सीमावर्ती क्षेत्रों तथा नदी किनारे लावारिस अवस्था में घूमने वाले गौवशों को चोरी कर उनका अवैध रूप से कटान करते है.और गौमांस/पशुमांस को बेच देते है, जिससे उन्हें काफी मुनाफा हो जाता है. 31 मार्च 2025 को भी अभियुक्तों द्वारा यमुना नदी में गौवशं को ले जाकर उनका अवैध रूप से कटान किया गया था.और अवशेषो को पास में ही फेंककर मौके से गौमांस को अपने साथ ले गये थे.घटना में प्रयुक्त औजारों को उनके द्वारा नदी के पास ही झाडियों में छुपाया गया था.आज भी अभियुक्त दुबारा गौकशी की घटना को अजांम देने की फिराक में थे पर उससे पूर्व ही पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार अभियुक्तो से पूछताछ में गौकशी की घटनाओ में लिप्त कुछ अन्य आरोपियों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमों का गठन कर प्रयास किये जा रहे हैं.